Shakti Soch Ki...
कैसे छोटे कदमों को छोड़ तुम बड़ी मंज़िल पाओगे, फिर एक कदम आगे बढ़ जाओ, क्या वह जीत नहीं है। कैसे हार को बिना समझे ही तुम सफलता पाओगे, फिर अनुभव से...
Khushboo Mattoo, a dedicated healthcare professional and proud mother, finds solace in spending time with her beloved son and appreciating the sounds of nature. Her passions include spirituality, healing, nurturing nature, fitness, and poetry.
कैसे छोटे कदमों को छोड़ तुम बड़ी मंज़िल पाओगे, फिर एक कदम आगे बढ़ जाओ, क्या वह जीत नहीं है। कैसे हार को बिना समझे ही तुम सफलता पाओगे, फिर अनुभव से...
दूर और समीप की गहराइयों में देख तुझे मन में तरंग सी जागी है विशाल और तर्क देखा ऐसा तेरा अस्तित्व कि शून्य ही लगा मुझे अपना व्यक्तित्व...
टूटी टूटी निद्रा को जब चिंता का स्वर जगाता है कह दो उस रात से तुम सूर्य उदय फिर होता है फूटे-फूटे पसीने को जब बेताबी जोर चलाता है...